ज़िन्दगी
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या किया दिन है दिखाए
सुख - दुःख दोनों ही बतलाए
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या दिन है दिखाए ,
कितने काटे तूने है दिखाए, कितने तूने फूल बरसाए
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या दिन है दिखाए
कितने ही चहरे तूने है दिखाए
कितने अपने कितने पराए तूने है बतलाए
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या दिन है दिखाए
क्या होती है गरीबी क्या होती है अमीरी
कैसे होते है लोग तूने है दिखाए
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या दिन है दिखाए
फिरा मै बहुत इस जग मे सुनी तेरी बाते
ऐ जिंदगी तूने क्या दिन है दिखाए
ऐ ज़िन्दगी तूने क्या दिन है दिखाए
2 comments:
Good Poem!!!!
Very Nice Poem!!!
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